यूनेस्को प्रमुख ने पत्रकार विकास रंजन के हत्या की निंदा की

प्रेस स्वतंत्रता की रक्षा के लिये कार्यरत संयुक्त राष्ट्र एजेंसी प्रमुख ने तीसरी मीडिया के भारतीय पत्रकार विकास रंजन के हत्या की निंदा की है, जो दक्षिण एशियाई देश में हाल के सप्ताहों में मारे गये प्रो‍फेशनल पत्रकारों में एक हैं. श्री रंजन, 32 वर्ष पर विगत 26 नवम्बर 2008 को तीन बंदूकधारियों ने उनके उत्तर पूर्वी राज्य बिहार स्थित दफ्तर के बाहर में गोली मार दी थी, जहां वे हिन्दी भाषा के दैनिक समाचार पत्र, हिन्दुस्तान के लिए लिखा करते थे.

सीमाओं के परे जाकर काम करने वाले श्री रंजन, मारे जाने से पहले स्थानीय नशीले पदार्थों की तस्करी की जांच के सिलसिले में पिछला महीना रोसेरा शहर समस्तीपुर जिले में बिताया था.

"श्री रंजन ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मौलिक मानव अधिकार के और हमारे सूचित किये जाने के अधिकार के लिए लिए अपने जीवन की कीमत चुकाई है" संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन - यूनेस्को के महानिदेशक कोईचिरो मत्‍सुरा Koïchiro Matsuura ने यह कहते हुये हत्या की निंदा की.

श्री मत्‍सुरा ने यह भी कहा कि "इतने सारे और पत्रकारों की तरह, उन्‍होने कर्तव्य से परे जाकर साहस और दृढ़ निश्चय दिखाया है. स्थानीय अधिकारियों से उनका आव्‍हान है कि "उन जिम्मेदार लोंगो को न्याय के समक्ष लाने के लिये कोई कोशिश न छोड़ें" और वो उन पर विश्वास करते हैं कि "उत्तर-पूर्वी भारत में पत्रकारों पर हमलों में हाल ही के इस खतरनाक वृद्धि में रोक लगायेगें."

कुछ लिंक - पत्रकार की हत्या के विरोध में मार्च

खबरी अड्डा

Hindustan reporter shot dead in Bihar

No comments: